Raj Kundra : राज कुंद्रा बिटकॉइन संपत्ति को ED ने ₹97.79 करोड़ रूपए और घर को भी जब्त कर लिया गया है जानिए

Raj Kundra : हाल ही (18 अप्रैल ) के खबरों के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बॉलीवुड एक्टर्स शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में शामिल करने की जांच को अब तेज कर दिया गया है। दंपति कथित तौर पर 6600 करोड़ रुपये के घोटाले के सिलसिले में एक्टर का नाम हैं। EID ने कड़ी कार्रवाई करते हुए एक्टर राज कुंद्रा की संपत्ति, जो लगभग 98 करोड़ रुपये की है, को जब्त कर ली है।

Raj Kundra :

जब्त की गई संपत्ति में शिल्पा शेट्टी का जुहू का फ्लैट और पुणे का एक बंगला भी शामिल हैं। इसके अलावा, राज कुंद्रा के शेयर मार्किट में इक्विटी शेयरों को ED ने अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है।

साल 2002 के धन शोधन निवारण अधिनियम से ये नियम भी लागू हुए हैं। कि वित्तीय अनियमितताओं और अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए प्रवर्तन निदेशालय दृढ़ है। गुरुवार को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत राज कुंद्रा की ₹97.79 करोड़ की चल और अचल संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूरी जब्त कर ली है । 

 कुर्क की गई संपत्ति में राज कुंद्रा के नाम पर इक्विटी शेयर, पुणे में एक आवासीय बंगला और शिल्पा शेट्टी के नाम पर जुहू में एक फ्लैट भी शामिल हैं।

Raj Kundra : गुरूवार को ED ने वेरिएबल टेक पीटीई लिमिटेड और कई एमएलएम एजेंटों के खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस और दिल्ली पुलिस के द्वारा भेजे गए कई पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के आधार पर एक जांच करना शुरू की। 

और ED ने कहा, “यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने भोली-भाली जनता से बिटकॉइन के रूप में हर प्रति माह 10% रिटर्न के झूठे वादे के साथ 2017 में ही 6,600 करोड़ रुपये को एकत्र किए थे। और कहा। ED की जांच के अनुसार, “राज कुंद्रा को गेन बिटकॉइन पोंजी घोटाले के मास्टरमाइंड और प्रमोटर अमित भारद्वाज से 285 बिटकॉइन को प्राप्त हुए थे”।

अमित भारद्वाज ने भोले-भाले निवेशकों से अपराध की आय से बिटकॉइन को खरीद लिया था। क्योंकि सौदा असफल रहा था , राज कुंद्रा की कीमत अभी भी 285 बिटकॉइन (वर्तमान में रुपये से अधिक बता रही ) है। 

150 करोड़, ED ने एक आधिकारिक घोषणा में ऐसा कहा कि – इस मामले में पहले कई ऐसे तलाशी अभियान हुए थे, जिसमें सिम्पी भारद्वाज, नितिन गौड़ और निखिल महाजन को भी गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने कहा – कि महेंद्र भारद्वाज और अजय भारद्वाज, जो मुख्य आरोपी हैं, वह अभी भी फरार हैं। ईडी ने कहा – कि गेन बिटकॉइन पोंजी योजना के प्रवर्तकों ने निवेशकों को धोखा दिया और बिटकॉइन को अज्ञात ऑनलाइन वॉलेट में छिपाया गया है।

Raj Kundra : इस मामले में सबसे बड़े आरोपी कौन - कौन है जानिए

Raj Kundra : इस मामले में सबसे बड़े आरोपी महेंद्र भारद्वाज और अजय भारद्वाज यह दोनों अभी भी फरार हैं। वर्ष 2018 में, ED ने वेरिएबल टेक सहित कई अन्य एजेंटों के खिलाफ मुंबई ,महाराष्ट्र और दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज कई मामलों के आधार पर पोंजी योजना की जांच वापस शुरू की। 

जनवरी माह में एजेंसी ने दिल्ली निवासी व्यवसायी निखिल महाजन को मामले में गिरफ्तार भी किया था। महाजन ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए दुबई में एक सेमिनार आयोजित करके और आरोपियों की मदद की, जिससे उन्होंने 40 बिटकॉइन को प्राप्त भी किए थे । 

आज की कीमतों के अनुसार, बिटकॉइन लगभग 51 लाख का रुपये हो सकता है। Bitcoin एक कानूनन निविदा नहीं हैं।

Raj Kundra : राज कुंद्रा , महाराष्ट्र पुलिस और दिल्ली पुलिस ने वेरिएबल टेक प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी, के दिवंगत अमित भारद्वाज, अजय भारद्वाज, विवेक भारद्वाज, सिम्पी भारद्वाज, महेंद्र भारद्वाज और कई अन्य एजेंटों के खिलाफ आज एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वे बिटकॉइन पर 10 प्रतिशत प्रति माह रिटर्न देने के पुरे झूठे वादे के साथ ऐसा करते है। 

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